झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के संस्थापक ‘दिशोम गुरु’ शिबू सोरेन का निधन हो गया । उनके निधन पर विभिन्न दलों के प्रमुख नेताओं ने शोक व्यक्त किया और उन्हें एक संघर्षशील जननायक बताया। नेताओं ने उन्हें जनजातीय समाज का सच्चा प्रतिनिधि और झारखंड राज्य के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाने वाला नेता करार दिया। तमाम नेताओं ने उनके परिवार और झारखंड के लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर लिखा, “झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक, शिबू सोरेन जी के निधन से मैं दुःखी हूं। उन्होंने अलग झारखंड प्रदेश और वहां के लोगों के जल, जंगल, जमीन के अधिकार और आदिवासी संस्कृति के संरक्षण के लिए आजीवन संघर्ष किया। मैंने उनके सुपुत्र और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात कर उनके परिवार और समर्थकों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की। दुःख की इस घड़ी में ईश्वर उन्हें संबल प्रदान करे।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शिबू सोरेन के निधन पर शोक जताया। उन्होंने लिखा, “झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और जेएमएम के वरिष्ठ नेता शिबू सोरेन जी के निधन का समाचार सुनकर गहरा दुख हुआ। आदिवासी समाज की मज़बूत आवाज़, सोरेन जी ने उनके हक़ और अधिकारों के लिए आजीवन संघर्ष किया। झारखंड के निर्माण में उनकी भूमिका को हमेशा याद रखा जाएगा। हेमंत सोरेन जी और पूरे सोरेन परिवार के साथ-साथ गुरुजी के सभी समर्थकों को गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने शिबू सोरेन के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “उनके साथ हमारे घनिष्ठ संबंध थे।
आरजेडी प्रमुख ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि शिबू सोरेन दलितों और आदिवासियों के महान नेता थे। यह गहरे दुख की बात है कि वह हमारे साथ अब नहीं है। हम उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। मेरी ओर से उनके परिवार को संवेदना है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक्स पर लिखा, “झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के वरिष्ठतम नेताओं में से एक, शिबू सोरेन झारखंड के उन कद्दावर नेताओं में गिने जाते थे जिन्होंने समाज के कमजोर वर्गों विशेषरूप से जनजातीय समाज के अधिकारों और उनके सशक्तिकरण के लिए आजीवन संघर्ष किया। वे हमेशा जमीन और जनता से जुड़े रहे। मेरा भी उनसे लंबा परिचय रहा। उनके निधन से मुझे बहुत दुख हुआ है। उनके परिवार एवं समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।