नई दिल्ली:कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से जनता दल (सेक्युलर) के नेता प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े कर्नाटक के सेक्स स्कैंडल पर रविवार को अपनी ‘चुप्पी’ तोड़ने की मांग करते हुए कहा कि उसकी महिला शाखा तब तक आवाज उठाती रहेगी जब तक कि प्रज्वल को कानून का सामना करने के लिए भारत वापस नहीं लाया जाता।
अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की प्रमुख अलका लांबा ने इस मामले पर चुप रहने के लिए केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी और राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा की भी आलोचना की। अलका लांबा ने दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘आज देश की आधी आबादी यह मांग कर रही है कि स्मृति ईरानी और रेखा शर्मा अपनी चुप्पी तोड़ें।
लांबा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इस मामले पर चिंता व्यक्त की है और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस सिलसिले में सख्त कार्रवाई के लिए कहा है। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री जी, अपनी चुप्पी तोड़ें। जब तक प्रधानमंत्री मोदी प्रज्वल रेवन्ना को जर्मनी से लाकर कर्नाटक सरकार को नहीं सौंप देते, तब तक महिला कांग्रेस देश के कोने-कोने से अपनी आवाज बुलंद करेगी। हम ही नहीं देश की आधी आबादी (महिलाएं) आपसे सवाल पूछेगी। महिला कांग्रेस हर जगह प्रधानमंत्री मोदी का ‘घेराव’ करेगी क्योंकि हम आपकी सत्ता और पुलिस तंत्र से नहीं डरते।’’
अलका लांबा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के एक नेता ने अपनी कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष को पत्र लिखकर प्रज्वल रेवन्ना की ‘सामूहिक दुष्कर्म मामले’ में संलिप्तता के बारे में सूचित किया था। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी को उनके हजारों ‘अश्लील’ वीडियो के बारे में पहले से ही पता था। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘फिर भी प्रधानमंत्री मोदी प्रज्वल रेवन्ना के लिए वोट मांगते हैं और प्रज्वल तथा उनके पिता एच डी रेवन्ना के साथ खड़े नजर आते हैं। ये सब दर्शाता है कि मोदी प्रज्वल रेवन्ना का बचाव कर रहे हैं।