सीवान:सीवान सदर अस्पताल सहित जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और उप स्वास्थ्य केंद में आज गुरुवार को ओपीडी बंद रहा। ओपीडी बंद रहने के कारण मरीज काफी परेशान रहे। सदर अस्पताल से सैकड़ों मरीज वापस लौट गए।
विदित हो की 13 अगस्त को बसंतपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर अजीत कुमार और स्थानीय जिला पार्षद रेनू यादव के बीच विवाद हो गया था। जिसमें अजीत कुमार ने आरोप लगाया की रेनू यादव और उनके अन्य साथियों ने अस्पताल में तोड़फोड़ करते हुए मारपीट किया है।
इस घटना के बाद जिला के सभी सरकारी अस्पताल के डॉक्टर आक्रोशित हो गए और जिला पार्षद के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग करने लगे। पूर्व में बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ के द्वारा भी कई बार जिला पार्षद रेनू यादव की गिरफ्तारी करने की मांग की गई थी।
1 सप्ताह पूर्व बिहार स्वास्थ्य संघ के सीवान जिला सचिव नीरज कुमार द्वारा चेतावनी दी गई की अगर कार्रवाई नही होती है तो सभी डॉक्टर हड़ताल पर चले जायेंगे। आज जिला भर के सभी सरकारी अस्पताल के ओपीडी के डॉक्टर बिहार स्वास्थ्य संघ के बैनर तले हड़ताल पर है और ओपीडी पूर्व रूप से बंद है।
सदर अस्पताल में सुबह से मरीजों की लाइन लगी रही और वापस लौट गए। हालांकि सूचना पाकर सीवान के सिविल सर्जन अनिल कुमार भट्ट ने ओपीडी सेवा के लिए आज के लिए आयुष डॉक्टर की सभी अस्पतालों में तैनाती की गई थी लेकिन बहिष्कार कर रहे डॉक्टरों ने ओपीडी नही चलने दिया।
बिहार राज्य स्वास्थ्य संघ जिला सीवान इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष कुमार रवि रंजन ने बताया की अगर रेनू यादव के ऊपर प्रशासन द्वारा कार्रवाई नही होती है तो 4 सितंबर से सभी सरकारी अस्पताल के इमरजेंसी सेवा और ओपीडी का बहिष्कार करेंगे।