जालना :मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने महाराष्ट्र के जालना जिले में शनिवार को उस मसौदा अधिसूचना को लागू करने की मांग करते हुए फिर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की, जिसमें कुनबियों को मराठा समुदाय के सदस्यों के रक्त संबंधी के रूप में मान्यता प्रदान की गयी है।
जिले के अंतरवली सराती गांव में उपवास शुरू करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें यह कदम इसलिए उठाना पड़ा क्योंकि महाराष्ट्र सरकार आरक्षण मुद्दे पर वादा पूरा करने में विफल रही है।
इससे पहले जरांगे ने आरक्षण के मुद्दे पर अनिश्चितकालीन उपवास शुरू करने के छह दिन बाद ही उसे निलंबित कर दिया था और सरकार के लिए मराठा समुदाय की मांग मानने के लिए एक महीने की समय सीमा तय की थी।
शनिवार को जरांगे ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे यह उपवास इसलिए शुरू करना पड़ा क्योंकि सरकार ने अपना वादा नहीं निभाया। मैं आखिरी सांस तक यह हड़ताल जारी रखूंगा।’’
उन्होंने कहा कि 29 अगस्त को एक महत्वपूर्ण बैठक होगी जिसमें मराठा समुदाय तय करेगा कि आगामी विधानसभा चुनाव लड़ा जाए या नहीं। उन्होंने कहा कि अनिश्चितकालीन अनशन के दौरान वह सात अगस्त से 13 अगस्त तक राज्यव्यापी दौरा करेंगे।