झारखंड के विभिन्न हिस्सों में पिछले 48 घंटे से हो रही लगातार बारिश ने तबाही मचा दी है। सूबे के अलग-अलग हादसों में भारी बारिश के कारण कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई है और 25 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। कई शहरों में सड़कें डूब गई हैं, पुल बह गए हैं और घर ढह गए हैं। कई जगहों पर फंसे लोगों के रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की टीमें उतारनी पड़ी हैं।
रांची, हजारीबाग, रामगढ़, जमशेदपुर, चतरा, सिमडेगा जैसे शहरों में सड़कें पानी में डूब गई हैं। पुल बहने, मकान गिरने, कुआं धंसने, वज्रपात और सड़क हादसे जैसी 20 से अधिक घटनाएं सामने आई हैं। इन हादसों में 25 से अधिक लोग घायल हुए हैं। कई जगहों पर पानी की तेज धार में फंसे लोगों के रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की टीमें उतारनी पड़ी हैं।
राज्य सरकार ने बुधवार को ही रांची, लोहरदगा, सिमडेगा, खूंटी और गुमला जिले में रेड अलर्ट और रामगढ़, कोडरमा, चतरा, पलामू और गढ़वा में ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया था। इन जिलों में ज्यादातर नदियां उफान पर हैं और कुछ जगहों पर बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। लोगों से अपील की गई है कि आवश्यक कार्य न हो तो शुक्रवार तक घरों से बाहर न निकलें। रांची सहित कई जिलों में स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं।
खूंटी जिले के मुरहू प्रखंड के सोमर बाजार मोहल्ले में एक अर्धनिर्मित कुएं की मिट्टी अचानक धंसने से पास में खेल रहे दो बच्चे अंदर समा गए। उन्हें बचाने के लिए एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की ओर से 22 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला, लेकिन गुरुवार दोपहर जब दोनों बच्चों को निकाला गया तो उनकी सांसें थम चुकी थीं। मृत बच्चों के नाम अमित हुन्नी पूर्ति और आशीष टोपनो हैं।