प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में कुंभ पर वक्तव्य दिया। इस दौरान उन्होंने कुंभ के आयोजन को लेकर बड़ी-बड़ी बातें कहीं, लेकिन उन्होंने महाकुंभ भगदड़ में जान गंवाने वाले मृतकों को लेकर कुछ नहीं कहा। उन्होंने मृतकों को श्रद्धांजलि भी नहीं दी। जब लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बोलने कोशिश की तो उन्हें बोलने नहीं दिया गया।
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लोकसभा में कुंभ पर दिए गए वक्तव्य पर प्रतिक्रिया दी है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री की बात का समर्थन करना चाहता था। कुंभ हमारी परंपरा है, संस्कृति है, इतिहास है। एक शिकायत थी कि प्रधानमंत्री ने जिनकी मृत्यु हुई उन्हें श्रद्धांजलि नहीं दी। जो युवा कुंभ में गए उन्हें प्रधानमंत्री से रोजगार चाहिए और प्रधानमंत्री को उसपर भी बोलना चाहिए था। लोकतांत्रिक व्यवस्था में नेता प्रतिपक्ष को तो बोलने का मौका दिया जाना चाहिए था लेकिन नहीं देते हैं, यह नया भारत है।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने लोकसभा में महाकुंभ पर प्रधानमंत्री मोदी के वक्तव्य पर कहा, “वह महाकुंभ पर सकारात्मक बोल रहे थे। विपक्ष को भी अपनी बात रखने का मौका दिया जाना चाहिए था क्योंकि विपक्ष की भी इसके (महाकुंभ) प्रति भावनाएं हैं और अगर हम अपनी बात रखते हैं तो उन्हें कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। विपक्ष को भी दो मिनट बोलने की अनुमति दी जानी चाहिए थी।”
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने प्रधानमंत्री मोदी के वक्तव्य पर कहा, “अगर उन्होंने जिन लोगों की मृत्यु हुई है उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए कुछ शब्द कहे होते तो उनके परिवारों को भी शांति मिलती। विपक्ष के नेता बोलना चाहते थे, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई। मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि वे विपक्ष के नेता को बोलने क्यों नहीं दे रहे हैं।