दिल्ली-NCR के लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। प्रदूषण के साथ कड़ाके की सर्दी और घने कोहरे की मार भी पड़ने लगी है। उधर, राजधानी की हवा इस समय उस स्तर पर पहुंच चुकी है, जहां खुली हवा में रहना भी सेहत के लिए जोखिम बन गया है।
दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 393 दर्ज किया गया है। यह स्तर बहुत खराब श्रेणी में आता है। इससे पहले शनिवार को कई इलाकों में सुबह के समय घना कोहरा छाया रहा, विजिबिलिटी काफी कम रही और AQI 384 रिकॉर्ड किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी के बेहद करीब था। यानी हालात लगातार बिगड़ने की दिशा में बढ़ रहे हैं।
दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली (AQEWS) ने साफ संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में प्रदूषण और बढ़ सकता है। प्रतिकूल मौसम स्थितियों के कारण रविवार और सोमवार को AQI के ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने की आशंका जताई गई है। हालात को काबू में करने के लिए गुरुवार से दिल्ली में बाहर से आने वाले उन निजी वाहनों पर रोक लगा दी गई है, जो BS-6 मानकों से नीचे हैं।
बीते 24 घंटों में मौसम ने अचानक करवट ली। सुबह से घना कोहरा छाया रहा और दिन भर ठंडी हवाओं ने लोगों को कंपकंपाने पर मजबूर कर दिया। पहले येलो अलर्ट जारी किया गया, लेकिन हालात बिगड़ने पर ऑरेंज अलर्ट लागू करना पड़ा। वजह यह रही कि 20 दिसंबर इस सीजन का अब तक का सबसे ठंडा दिन रिकॉर्ड किया गया। अब सर्दी सिर्फ रात तक सीमित नहीं रही, बल्कि दिन में भी ठंड का असर साफ महसूस हो रहा है।











