एनसीपी में बगावत अब आर-पार की लड़ाई में बदल गई है। कल जहां अजित पवार ने चाचा शरद पवार को हटाकर खुद को एनसीपी का अध्यक्ष घोषित कर दिया, वहीं आज शरद पवार ने दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर अपनी ताकत दिखा दी। साथ ही उन्होंने ऐलान कर दिया कि एनसीपी के अध्यक्ष वही हैं। वहीं, दिल्ली की इस बैठक को अजित पवार ने अवैध बताया है।
दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद शरद पवार ने कहा कि आज की बैठक ने हमारा मनोबल बढ़ाने में मदद की है। साथ ही उन्होंने कहा कि “कोई कुछ भी कहता या करता रहे, उससे फर्क नहीं पड़ता, मैं ही एनसीपी का अध्यक्ष हूं। अब, हमें जो भी कहना है, हम भारत के चुनाव आयोग के सामने कहेंगे।” साथ ही उन्होंने भतीजे अजित पवार के बढ़ती उम्र वाले हमले पर कहा कि चाहे मैं 82 का हो जाऊं या 92 का, मैं अब भी प्रभावी हूं।
एनसीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बारे में बताते हुए पीसी चाको ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की कार्यसमिति ने आज 8 प्रस्ताव पारित किये। समिति ने पार्टी अध्यक्ष शरद पवार पर पूरा भरोसा जताया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की वर्किंग कमेटी ने प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे और एनडीए से हाथ मिलाने वाले 9 विधायकों को बाहर करने के शरद पवार के फैसले को मंजूरी दे दी है। पार्टी की 27 राज्य समितियों में से एक ने भी नहीं कहा कि वे शरद पवार के साथ नहीं हैं। संगठन मजबूत है।