दक्षिण कन्नड़ जिले के सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील तटीय शहर मंगलुरु में मोरल पुलिसिंग के मामलों पर नकेल कसने के लिए कर्नाटक की कांग्रेस सरकार द्वारा गठित एंटी-कम्युनल विंग (एसीडब्ल्यू) ने अपना काम शुरू कर दिया है। मंगलुरु के पुलिस आयुक्त कुलदीप कुमार जैन ने गुरुवार को यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य के गृह मंत्री के निर्देश पर दो दिन पहले सांप्रदायिक विरोधी विंग (एंटी-कम्युनल विंग-एसीडब्ल्य) का गठन किया गया है।
उन्होंने कहा कि गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ने हाल ही में मेंगलुरु की अपनी यात्रा के दौरान एसीडब्ल्यू की स्थापना की घोषणा की थी। अब इसकी स्थापना की गई है। टीम का नेतृत्व सिटी स्पेशल ब्रांच इंस्पेक्टर शरीफ कर रहे हैं। टीम की निगरानी सहायक पुलिस आयुक्त पी.ए. हेगड़े करेंगे। एसीपी हेगड़े सीधे पुलिस कमिश्नर को रिपोर्ट करेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि एसीडब्ल्यू सभी सांप्रदायिक मामलों में आरोपी व्यक्तियों की निगरानी करेगा। उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि मामले के पीड़ितों को परेशानी न हो। अदालतों में इस संबंध में पिछले मामलों का भी पालन किया जाएगा।
यह टीम पिछले 10 सालों में सामने आए 200 मामलों की निगरानी करेगी। उन्होंने कहा कि टीम किसी भी ऐसे मामले पर नजर रखेगी जो सांप्रदायिक हिंसा, नफरत फैलाने वाले भाषण, मोरल पुलिसिंग, सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने और गाय चोरी को बढ़ावा देते हैं।
इस संबंध में कोई भी मामला पहले क्षेत्राधिकार पुलिस स्टेशन में दर्ज किया जाएगा और एसीडब्ल्यू को स्थानांतरित कर दिया जाएगा। विंग द्वारा कार्रवाई शुरू की जाएगी।