संसद के मानसून सत्र के 10वें दिन (2 अगस्त को) लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला अपनी कुर्सी पर नहीं बैठे। वे लोकसभा में विपक्षी सांसदों के लगातार हंगामे से नाराज थे, इसलिए उन्होंने सदन आने से इनकार कर दिया। उनकी जगह आंध्र प्रदेश के राजमपेट से सांसद पीवी मिधुन रेड्डी ने लोकसभा की कार्यवाही संभाली।
जानकारी के मुताबिक, ओम बिड़ला तब तक संसद नहीं आएंगे जब तक विपक्ष हंगामा करना बंद नहीं करता। लोकसभा में मंगलवार को दिल्ली ऑर्डिनेंस पेश हुआ था। आज इस पर चर्चा होनी थी, लेकिन इससे पहले ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद सदन की कार्यवाही 2 बजे तक, फिर 3 अगस्त के लिए स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा में विपक्षी दलों ने मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग करते हुए 58 नोटिस दिए, जिन्हें सभापति जगदीप धनखड़ ने अस्वीकार कर दिया।
धनखड़ ने कहा कि वे PM को सदन में आने का निर्देश नहीं दे सकते। यह पद की शपथ के खिलाफ होगा। ऐसा कभी नहीं हुआ। नाराज विपक्ष ने राज्यसभा से वॉकआउट कर दिया।
इसके बाद I.N.D.I.A के सदस्य राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने पहुंचे।राज्यसभा की कार्यवाही शाम 7.15 बजे तक चलती रही, फिर 3 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी गई।
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- हम चाहते हैं कि पीएम मणिपुर का दौरा करें और वहां शांति बहाली के लिए कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि हम सिर्फ मणिपुर मुद्दे पर चर्चा चाहते हैं, जिससे पीएम बच रहे हैं। हमने अपनी मांगों को लेकर राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा है।
खड़गे ने कहा कि हमने राष्ट्रपति से अपील की है कि वे अलग-अलग समुदाय से दो मणिपुरी महिलाओं को राज्यसभा के लिए नामांकित करें, ताकि राज्य में महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकने की दिशा में सही कदम उठाए जा सकें।