पटना:बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगामी लोकसभा चुनाव यूपी से लड़ने की अटकलों को पंख लगे हैं। जनता दल यूनाइटेड की उत्तर प्रदेश की इकाई ने उनके यहां से चुनाव लड़ने की मांग रखी है। यूपी का संगठन चाहता कि नीतीश कुमार यहां से चुनाव लड़ेंगे तो एक बड़ा संदेश जाएगा और पार्टी के साथ विपक्षी गठबंधन को भी मजबूती मिलेगी।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगामी लोकसभा चुनाव यूपी से लड़ने की अटकलों को पंख लगे हैं। जनता दल यूनाइटेड की उत्तर प्रदेश की इकाई ने उनके यहां से चुनाव लड़ने की मांग रखी है। यूपी का संगठन चाहता कि नीतीश कुमार यहां से चुनाव लड़ेंगे तो एक बड़ा संदेश जाएगा और पार्टी के साथ विपक्षी गठबंधन को भी मजबूती मिलेगी।
जेडीयू के कुछ पदाधिकारी नीतीश कुमार को फूलपुर से चुनाव लड़ाने की मांग कर रहे हैं। क्योंकि फूलपुर सीट के जातीय समीकरण को देखें तो यहां सबसे ज़्यादा कुर्मी वोटर हैं। उसके बाद यादव, मुस्लिम और ब्राह्मण वोटरों की संख्या यहां सबसे ज़्यादा है। ऐसे में नीतीश कुमार कुर्मी वोटरों के सहारे चुनाव लड़ने की रणनीति बना सकते हैं। इस संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू कर चुके हैं, इसलिए यह हमेशा खास रही है।
फूलपुर सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती रही है। लेकिन बाद में सपा और बीएसपी भी यहां से चुनाव जीत चुकी है। हालांकि 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी।
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो नीतीश कुमार यहां से चुनाव लड़कर अपनी छवि राष्ट्रीय स्तर की बना सकते हैं। इसकी दूरी भी काशी से कम है। तो पीएम मोदी से मुकाबले के तौर पर इसे देखा जा सकता है। हालांकि कुछ कार्यकर्ता फतेहपुर, आंबेडकर नगर का प्रस्ताव दे चुके हैं।