नई दिल्ली:महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा ने कहा है कि पूरे भारत में महिला कांग्रेस का संगठन मजबूती के साथ खड़ा हो चुका है। अब हम इसे एक आंदोलन का रूप देने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, 29 जुलाई को दिल्ली के जंतर-मंतर पर आंदोलन शुरू किया जाएगा। इस आंदोलन में शामिल होने के लिए देशभर से महिलाएं पहुंच रही हैं। अलका लांबा ने कहा कि बेरोजगारी की वजह से महिलाएं घरेलू हिंसा का शिकार हो रही हैं। पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल में पेश हुए बजट में महंगाई से राहत दिलाने के लिए कुछ भी नहीं है।
कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया “एक्स” एकाउंट से कुछ फोटो शेयर की। अलका लांबा ने 29 जुलाई को होने वाले आंदोलन से पहले ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी में आंदोलन की रूपरेखा सामने रखी। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि आधी आबादी के हक और हिस्सेदारी के लिए महिला कांग्रेस 29 जुलाई से एक देशव्यापी आंदोलन की शुरुआत करने जा रही है। दिल्ली के जंतर मंतर से शुरू होकर ये आंदोलन देश के कोने-कोने तक पहुंचेगा।
अलका लांबा ने आंदोलन के पीछे रखी तीन मांगों के बारे में बताते हुए कहा कि हमारी पहली मांग यह है कि राजनीतिक न्याय के तहत 33 फीसदी महिला आरक्षण विधेयक को लागू किया जाए। हमारी दूसरी मांग यह है कि इस आरक्षण में हमारी एससी-एसटी और अति-पिछड़ी ओबीसी बहनों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए और कानून लागू किया जाए। हमारी तीसरी मांग है कि जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, वहां भी इस पर चर्चा कर इसे लागू किया जाए। जब तक ये मांगें पूरी नहीं होती, महिला कांग्रेस की हर एक कार्यकर्ता सड़क से लेकर संसद तक संघर्ष जारी रखेगी।