मध्य प्रदेश सरकार के कई मंत्रालयों के दफ्तरों वाले भोपाल के सतपुड़ा भवन में लगी आग अब काबू में तो आ गई है, लेकिन सवाल खड़े किए जा रहे हैं कि क्या किसी साजिश के तहत आग लगाई गई थी? आग पर विपक्षी नेताओं ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं। यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने कहा, “व्यापम कांड में गवाहों को मिटाया गया, इस बार सबूतों को जलाया जा रहा है।”
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य मौजूदा कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा, “सतपुड़ा भवन में आग लगना अत्यंत चिंता का विषय है। प्रश्न यह है कि आग लगी है या आग लगाई गई है? जिस तरह से विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व में भी और इस बार भी सतपुड़ा भवन में आग लगी है, वह छोटी बात नहीं है। 12,000 से अधिक फाइल जल जाने के समाचार आ रहे हैं। यह भ्रष्टाचार का मामला है। आग लगने की स्वतंत्र एजेंसी से निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।”
मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण सुभाष यादव ने ट्वीट कर कहा, “यह मध्य प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार की लपटें है जो उठ रही है, आदिम जाति विभाग, स्वास्थ्य विभाग, लोकनिर्माण विभाग, पिछड़ा वर्ग विभाग, EOW, लोकायुक्त जैसे महत्वपूर्ण विभागों के भ्रष्टाचार की फाइलें जलकर नहीं जलाकर खाक कर दी है।”