दिल्ली के प्रगति मैदान टनल में दिन-दहाड़े हुई लूट के मामले कई बड़े खुलासे हुए हैं। इस मामले में गिराफ्तार 7 आरोपियों से पुलिस ने पूछताछ की है। पुलिस की ओर से आशंका जताई गई है कि बदमाशों द्वारा लूटी हुई रकम 2 लाख नहीं बल्कि 50 लाख रुपये तक हो सकती है, क्योंकि पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों से अब तक 5 लाख रुपये बरामद किए हैं। इससे जाहिर होता है कि लूट 2 लाख रुपये की नहीं हुई थी। पुलिस ने शिकायतकर्ता से भी बात की है, ताकि लूटी हुई रकम के बारे में सही जानकारी प्राप्त की जा सके।
इस मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपियों से पूछताछ में यह बात सामने आई है कि लूट कांड का मास्टरमाइंड उस ओमिया एंटरप्राइजेज कंपनी में काम कर चुका है, जिसके डिलीवरी एजेंट से लूट हुई थी। पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से उस्मान और प्रदीप इस वारदात के मास्टमाइंड हैं। यह बात सामने आई है कि उस्मान को चांदनी चौक इलाके में नकदी की आवाजाही के बारे में जानकारी थी, क्योंकि वह वहां कई सालों तक एक ई-कॉमर्स कंपनी में कूरियर बॉय के तौर पर काम कर चुका था।
पूछताछ में यह बात सामने आई है कि उस्मान ने कई बैकों से कर्ज ले रखा था। वह क्रिकेट सट्टेबाजी में भी पैसा हार गया था। ऐसे में उसने कर्ज चुकाने के लिए लूट की साजिश रची। उस्मान को इस बात की सूचना थी कि चांदनी चौक में कैश ट्रांजेक्शन दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक होता है। ऐसे में उसने जहां लूट की वरदात को अंजाम देना था उस जगह की पहचान करने के बाद उसकी रेकी शुरू की। शनिवार को उस्मान ने अपने साथियों को बताया कि हरियाणा नंबर की टैक्सी में कैश ले जाया जा रहा है। इसके बाद सभी टारगेट वाली जगह पहुंचे और लूट की वारदात को अंजाम दिया।
शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपियों ने लूट कांड को अंजाम देने से पहले गुरुवार और शुक्रवार को रेकी की थी। इसके बाद शनिवार को उन्होंने लूट की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने इस लूट कांड में अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में उस्मान अली उर्फ कल्लू (बुराड़ी ), इरफान, सुमित उर्फ आकाश, अनुज मिश्रा उर्फ सैंकी , कुलदीप उर्फ लंगड़, प्रदीप उर्फ सोनू, अमित उर्फ बाला शामिल हैं। स्पेशल कमिश्नर ऑफ पुलिस रविंद्र सिंह यादव के मुताबिक, वारदात के बाद दिल्ली और हरियाणा में कई ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। इसके बाद इन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।