बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आह्वान पर देशभर के भाजपा-विरोधी 15 दलों की ढाई घंटे तक चली इस महाबैठक में भाजपा के खिलाफ एकजुट होने पर चर्चा हुई।राजद सुप्रीमो ने कहा कि हमलोगों को एक होकर रहना है। उन्होंने कहा कि अब पूरी तरह से फिट हो गए हैं और बढ़िया से फिट कर देंगे भाजपा को। मोदी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि हनुमान जी का नाम लेकर चुनाव लड़ता है। ऐसा हनुमान जी भाजपा के पीठ पर गदा मारे कि कांग्रेस जीत गई।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्षी पार्टियों की मीटिंग हुई। इसमें सभी विपक्षी दलों के नेता मौजूद रहे। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि अगली मीटिंग अगले महीने होगी। इसे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे करें। अभी जो शासन में हैं वह देश हित में काम नहीं कर रहे। वह देश के इतिहास को बदल रहे हैं। इसलिए हमलोग एक साथ मिलकर लड़ेंगे।
राहुल गांधी ने कहा- नीतीश जी ने हमें लिट्टी चोखा खिलाया। उनका बहुत-बहुत धन्यवाद। आज देश में सभी लोकतांत्रिक संस्थानों को निशाना बनाया जा रहा है। हम सभी में थोड़े-थोड़े मतभेद होंगे, लेकिन हमने निर्णय लिया है कि हम सभी साथ में काम करेंगे और लचीलेपन के साथ काम करेंगे और हमारी साझा विचारधारा की रक्षा करेंगे। आज की बातचीत को हम अगली बैठक में और गहराई में ले जाएंगे। यह विपक्षी एकता की एक प्रक्रिया है, जो आगे बढ़ने जा रही है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि विपक्षी दलों की अगली बैठक 12 जुलाई को शिमला में होगी, उसी में आगे की रणनीति तय होगी। खरगे ने कहा- भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना होगा। नफरत की राजनीति के खिलाफ हमलोग एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे।
ममता बनर्जी ने कहा कि पटना में 17 दलों की बैठक थी। कई मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री यहां आए। लालू जी बहुत दिनों बाद ऐसी बैठक में आए। बहुत सारे आंदोलन पटना से शुरू हुए। दिल्ली में हम लोगों ने कई बैठकें कीं, इसलिए हमने कहा कि पटना से शुरू करो। तीन बातों पर हल निकला है। पहली बात- हम एक हैं। दूसरी बात- हम मिलकर लड़ेंगे। तीसरी बात- अगली बैठक शिमला में होगी। भाजपा की बदले की राजनीति का हम मिलकर मुकाबला करेंगे।
वहीं जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि नीतीश कुमार की यह बड़ी कामयाबी है। जो जम्मू कश्मीर से शुरू हुआ वह पूरे देश में हो रहा है। ये महात्मा गांधी का मुल्क है, यहां गंगा जमुना तहजीब है। गांधी के मुल्क को गोडसे का मु्ल्क नहीं बनने देंगे। उद्धव कश्मीर से कन्याकुमारी तक के नेता यहां इकठ्ठे हुए हैं हम अलग अलग विचारधारा के हैं। हम देश के लिए एक साथ आए हैं, अगर कोई देश की आत्मा पर आघात करेगा तो हम एक लडेंगे, जो इस देश में तानाशाही लाना चाहते हैं तो उनके खिलाफ हम लड़ेगे।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इतने लोग एक साथ जुटे हैं ये कोई मामूली बात नहीं है। नीतीश कुमार को इस कामयाबी का श्रेय जाता है। इतने लोगों इकट्ठा करना बड़ी बात है। मकसद ताकत हासिल करना नहीं, यह सत्ता नहीं बल्कि वसूलों की लड़ाई हैं। इरादों की लड़ाई है। हम देश को मुसीबत से निकालने के लिए मिल चुके हैं। जम्हूरियत का दिन दहाड़े कत्ल किया जा रहा। जम्मू कश्मीर को रियासत का दर्जा मिलना चाहिए। इस तरह की मीटिंग चलती रहे। हम लोकतंत्र को बचाने के लिए यहां इकठ्ठे हुए हैं। जम्मू कश्मीर में जल्द इलेक्शन होने चाहिए।