मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में कोल्ड्रिफ कफ सिरप पीने के बाद 10 बच्चों की मौत का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस पार्टी ने भोपाल और जयपुर में जोरदार प्रदर्शन किया, और राज्य और केंद्र सरकार से इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भोपाल में प्रदर्शन के दौरान सरकार पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए। उनका कहना है कि बच्चों की मौत के पीछे दवा की गुणवत्ता में गड़बड़ी और प्रशासन की निगरानी में कमी जिम्मेदार है। प्रदर्शनकारियों ने मृतक बच्चों के परिवारों के लिए आर्थिक मुआवजा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
इसी मुद्दे को लेकर राजस्थान की राजधानी जयपुर में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। उन्होंने कोल्ड्रिफ कफ सिरप की बिक्री पर पूरे देश में प्रतिबंध लगाने और फार्मा कंपनियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की।स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, कोल्ड्रिफ नामक कफ सिरप पीने के बाद बच्चों में उल्टी, बेचैनी और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण दिखे थे। जांच में सिरप के कुछ सैंपल्स में संभावित दूषित तत्व पाए जाने की आशंका जताई गई है।
घटना के बाद केंद्र सरकार ने भी फार्मास्यूटिकल्स विभाग और ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) को मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।छिंदवाड़ा की घटना के बाद तमिलनाडु, केरल, गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भी कोल्ड्रिफ सिरप के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। तमिलनाडु और केरल सरकार ने सावधानी के तौर पर सिरप की बिक्री पर रोक लगा दी है।