केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा कांग्रेस को आरक्षण विरोधी पार्टी बताए जाने पर सांसद प्रमोद तिवारी ने करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जब अमित शाह पैदा भी नहीं हुए थे, कांग्रेस ने उस समय आरक्षण दिया था। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पर कहा, “यहां एक जोड़ने वाली सरकार को हटाया गया और उसकी जगह एक विश्वासघाती सरकार आई, जिसने सबका विश्वास तोड़ा। महाराष्ट्र की स्वाभिमानी जनता ने मन बना लिया है कि महायुति जाएगी और महाविकास अघाड़ी की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ बनेगी। हमारा गठबंधन काफी मजबूत है और कार्यकर्ताओं का मनोबल भी बढ़ा हुआ है।”
प्रमोद तिवारी ने अमित शाह के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा, “जब अमित शाह पैदा भी नहीं हुए थे, तब कांग्रेस ने आरक्षण दिया था। उन्हें इतिहास और संविधान पढ़ लेना चाहिए। मैं आरोप लगाता हूं कि बीजेपी बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के संविधान को खत्म कर मोदी-शाह का संविधान लाना चाहती है, लेकिन कांग्रेस के जीते जी यह पूरा नहीं होगा।”
उन्होंने आगे कहा, “बीजेपी के विचारों में अंग्रेजों का डीएनए है। डिवाइड एंड रूल अंग्रेजों का नारा था और बीजेपी ने भी उसे अपना लिया है। इसी बात को प्रधानमंत्री बोल रहे हैं, लेकिन दुर्भाग्य है इस देश की कुर्सी का, जिस पर नेहरू, इंदिरा, शास्त्री और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे नेता बैठे हों, अब उस कुर्सी पर एक ऐसे प्रधानमंत्री बैठे हैं, जो जोड़ने के बजाय, तोड़ने की बात कर रहे हैं।”
प्रमोद तिवारी ने महायुति की घोषणा का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस का स्टैंड साफ है, जो यह लोग देंगे, हम उससे ज्यादा देने जा रहे हैं। कांग्रेस विश्वसनीय है, इसलिए लोग हम पर विश्वास कर रहे हैं। तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में हमने जो वादा किया था, उसे पूरा किया है। महाराष्ट्र में हम अपने एक-एक वादे को पूरा करेंगे।