नई दिल्ली:उत्तर-पश्चिम दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती के बीच मंगलवार को अतिक्रमण रोधी अभियान में एक मस्जिद के कुछ हिस्सों को गिरा दिया गया। एमसीडी की इस कार्रवाई के खिलाफ लोगों के भारी विरोध के बाद अधिकारियों को कार्रवाई रोकनी पड़ी।
अतिक्रमण रोधी अभियान चलाने वाले दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने एक बयान में कहा कि स्थिति बिगड़ने के बाद अभियान रोकना पड़ा क्योंकि बड़ी संख्या में भीड़ एकत्रित हो गयी और क्षेत्र में जेसीबी के प्रवेश को रोकने के लिए मानव श्रृंखला बना ली। उसने कहा कि इसके अलावा, महिला प्रदर्शनकारियों की उपस्थिति ने क्षेत्र में कानून और व्यवस्था की स्थिति को जटिल बना दिया। ये महिला प्रदर्शनकारी अनधिकृत ढांचे पर बैठी थीं।
अधिकारियों ने कहा कि मंगोलपुरी के वाई ब्लॉक में एक नगरपालिका पार्क में मस्जिद की अवैध रूप से विस्तारित चारदीवारी के खिलाफ एक ध्वस्तीकरण अभियान चलाया गया था।बयान में कहा गया कि एमसीडी ने अनधिकृत ढांचे का 20 मीटर हिस्सा हटा दिया, लेकिन स्थिति तब बिगड़ गई जब भारी भीड़ और महिला प्रदर्शनकारी ध्वस्तीकरण का विरोध करते हुए मौके पर एकत्रित हो गईं।
एमसीडी ने कहा, ‘‘पूरी कोशिशों के बावजूद अधिकारी भीड़ को सुरक्षित तरीके से तितर-बितर करने में नाकाम रहे। इन घटनाक्रमों के मद्देनजर पुलिस ने एमसीडी को शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिक्रमण हटाने के अभियान को अस्थायी रूप से रोकने की सलाह दी। इस मुद्दे पर एक स्थिति रिपोर्ट दिल्ली उच्च न्यायालय में दाखिल की गई है।”
एमसीडी ने कहा, “यह पहल अनधिकृत धार्मिक अतिक्रमणों के खिलाफ और सार्वजनिक स्थानों की शुचिता को बनाए रखने के हमारे (एमसीडी) चल रहे प्रयासों का हिस्सा थी।” पुलिस अधिकारियों के अनुसार, ध्वस्तीकरण अभियान के दौरान एक पत्रकार पर पथराव के कुछ आरोप लगे हैं, लेकिन इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है।