नई दिल्ली:संसद की सुरक्षा में हुई चूक पर गृह मंत्री और प्रधानमंत्री के बयान की संसद में मांग कर रहे विपक्ष के खिलाफ एक दिन में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है। सोमवार को संसद के दोनों सदनों के 78 सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया। इनमें लोकसभा के 33 और राज्यसभा के 45 सांसद शामिल हैं। राज्यसभा के निलंबित सांसदों में से 11 का मामला विशेषाधिकार समिति को भेजा गया है।
लोकसभा में सोमवार सुबह से ही हंगामे और नारेबाजी के साथ प्लेकार्ड दिखाने पर लोकसभा ने सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई, टीआर बालू, ए राजा, दयानिधि मारन, कल्याण बनर्जी, सौगत राय और एनके प्रेमचंद्रन सहित 33 सांसदों को सदन से निलंबित कर दिया। इन 33 में से 30 सांसदों को संसद के वर्तमान सत्र की बची हुई अवधि के लिए निलंबित किया गया है। वहीं, इनमें से 3 सांसदों, अब्दुल खालिक, विजयकुमार वसंत और के जयकुमार, का मामला संसद की विशेषाधिकार समिति को भेजते हुए इन्हें समिति की रिपोर्ट आने तक के लिए निलंबित कर दिया गया है।
सोमवार को हंगामे और नारेबाजी के बाद लोकसभा से अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई, एन्टो एंटोनी, के. मुरलीधरन, के सुरेश, अमर सिंह, राजमोहन उन्नीथन, सु थिरूनवुक्करास, विजयकुमार वसंत, के जयकुमार, अब्दुल खालिक, टीआर बालू, ए राजा, दयानिधि मारन, गणेशन सेल्वम, सी एन अन्नादुरई, टी. सुमति, एस. एस. प्लानिमणिक्कम, एस. रामलिंगम, वी कलानिधि, कल्याण बनर्जी, सौगत राय, शताब्दी राय, असित कुमार माल, प्रतिमा मंडल, काकोली घोष, सुनील मंडल, प्रसून बनर्जी, अपरूपा पोद्दार, ईटी मोहम्मद बशीर, कनी के नवस, कौशलेंद्र कुमार और एनके प्रेमचंद्रन को निलंबित कर दिया गया।
लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी विपक्षी सांसदों पर भी ऐसी ही कार्रवाई हुई है। सोमवार को राज्यसभा से विपक्ष के 45 विपक्षी सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया। राज्यसभा से विपक्ष के जिन सांसदों को सस्पेंड किया गया है, उनमें प्रमोद तिवारी, जयराम रमेश, अमी याग्निक, नारायण भाई राठवा, शक्ति सिंह गोहिल, रजनी पाटिल, सुखेंदु शेखर, नदिमुल हक, एन. षणमुगम, नसीर हुसैन, फुलोदेवी नेताम, इमरान प्रतापगढ़ी, रणदीप सुरजेवाला, मौसम नूर, समिरुल इस्लाम, रंजीत रंजन, कनिमोझी, फैयाज अमजद, मनोज झा, रामनाथ ठाकुर, अनिल हेगड़े, वंदना चव्हाण, रामगोपाल योदव, जावेद अली खान, जोस के मणि, महुआ मांझी और अजीत कुमार शामिल हैं।