बुधवार रात करीब साढ़े नौ बजे भारी बारिश से गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल रास्ते पर भीमबली में 20-25 मीटर का मार्ग बह गया और पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर आ गए । केंद्र के अनुसार, इस दौरान वहां फंसे 450 यात्रियों को गढ़वाल मंडल विकास निगम के अतिथि गृहों और पुलिस चौकी में ठहराया गया था। सुबह शुरू हुए बचाव अभियान में अब तक 200 यात्रियों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है जबकि अन्य को वैकल्पिक पैदल रास्तों के जरिए वहां से निकाला जा रहा है।
केदारनाथ जाने वाले रास्ते के क्षतिग्रस्त होने के मद्देनजर रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन की ओर से यात्रियों को उनकी केदारनाथ यात्रा स्थगित करने की सलाह दी गयी है। इस संबंध में एक परामर्श जारी कर कहा गया है कि केदारनाथ दर्शनों के लिए रुद्रप्रयाग तक पहुंचे तीर्थयात्री फिलहाल जहां कभी हैं, वहीं सुरक्षित रूके रहें और फिलहाल अपनी केदारनाथ धाम यात्रा को स्थगित कर दें।
परामर्श में कहा गया है कि इस समय सोनप्रयाग से आगे मोटरमार्ग और पैदल मार्ग की स्थिति बिल्कुल भी सही नहीं है और मार्ग सही होने और यात्रा के सुचारू होने की सूचना अलग से दी जाएगी। सोनप्रयाग में मंदाकिनी नदी का जल चेतावनी स्तर के आसपास होने के कारण पार्किंग क्षेत्र भी खाली करवा दिया गया है। देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि रायपुर क्षेत्र की एक नहर में बुधवार रात दो व्यक्ति डूब गए। उन्होंने बताया कि उनके शव बरामद कर लिए गए हैं जिनकी पहचान सुंदर सिंह और अर्जुन सिंह राणा के रूप में हुई है।