नई दिल्ली:पिछले साल हिंसा से प्रभावित रही ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा सोमवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्वक संपन्न हुई। हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के लोगों ने अलग-अलग स्थानों पर शोभायात्रा का स्वागत किया।
आध्यात्मिक नेता महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव ने कहा कि इस साल की यात्रा ने पूरे देश में हिंदू-मुस्लिम भाईचारे का एक मजबूत संदेश दिया है।
‘हर हर महादेव‘ और ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते हुए भक्तों ने नल्हड़ महादेव मंदिर से यात्रा शुरू की और बाद में यहां फिरोजपुर झिरका के झिर मंदिर के लिए रवाना हुए। लगभग 80 किलोमीटर की यह यात्रा शाम को सिंगार गांव के मंदिर में संपन्न हुई।
यात्रा के मद्देनजर अर्धसैनिक बलों सहित 2,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों की तैनाती के साथ कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए थे और असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए ड्रोन के जरिए निगरानी की गई।
अधिकारियों ने बताया कि दोनों समुदायों के प्रतिनिधियों के बीच बैठकें यात्रा को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने में कारगर साबित हुईं।
सुबह करीब 11 बजे नूंह जिले में प्रवेश करने वाली यात्रा शाम करीब साढ़े पांच बजे जिले के तीन प्रमुख मंदिरों – नल्हड़ महादेव मंदिर, फिरोजपुर झिरका के झिर मंदिर और सिंगार गांव के मंदिर में जलाभिषेक के साथ समाप्त हुई।