कटिहार में बिजली कटौती के खिलाफ प्रदर्शन में हुई तोड़फोड़ का सरकार ने वीडियो जारी किया है। वीडियो में भीड़ बिजली ऑफिस में घुसकर तोड़फोड़ करती नजर आ रही है। बताया जा रहा है कि इस उपद्रव को लेकर 41 लोगों पर नामजद और करीब 1200 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने गोलियां चलाई थीं। जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई थी। एक का इलाज चल रहा है। इसे लेकर बिहार में सियासत भी तेज हो गई है। जदयू एमएलसी खालिद अनवर ने कहा है कि कटिहार हिंसा में BJP और LJP का हाथ है।बीजेपी के बड़े नेता के इशारे पर सब कुछ हुआ है। इधर, विजय सिन्हा ने इस पर पलटवार करते हुए कहा है कि ऐसा है तो जांच क्यों नहीं करवा लेते। बिहार में हिंदू खतरे में है।
जदयू एमएलसी खालिद अनवर ने कहा है कि BJP और LJP के नेताओं ने भीड़ जुटाकर उनको उकसाया है। दोनों पार्टी के नेता धरने में शामिल होकर लोगों को आक्रोशित किया। उनसे पत्थरबाजी करवाई। उन्होंने कहा कि जदयू, भाजपा को एक्सपोज करेगी। वीडियो फुटेज के सहारे नेताओं के चेहरे को दिखाएगी।खालिद अनवर ने आगे कहा है कि कटिहार मामले में सभी बिन्दुओं पर जांच हो रही है। बारसोई में बिजली को लेकर लोगों को इकट्ठा करने का काम किया गया था। सरकार किसी को छोड़ने वाली नहीं है। जो लोग भी दोषी होंगे उन पर कड़ी से कड़ी करवाई की जाएगी।खालिद अनवर ने कहा कि बीजेपी नेताओ में सत्ता जाने की छटपटाहट दिख रही है। सत्ता के लिए वे किसी भी हद तक जा सकते हैं। बीजेपी हर मोर्चे पर प्लानिंग कर सरकार को बदनाम करती है। भारतीय जनता पार्टी लाशों की सियासत करने की कोशिश कर रही है।
जेडीयू के आरोपों पर भाजपा नेता विजय सिन्हा ने कहा कि भाजपा का एक भी कार्यकर्ता वहां नहीं था। सब जनप्रतिनिधि थे। उन्हीं के सहयोगी दल के साथी थे। बीजेपी के लोग थे तो जांच क्यों नहीं कराते। श्वेत पत्र जारी करें।उन्होंने आगे कहा कि बिहार में हिंदू खतरे में हैं। जिस तरह से हिंदुओं के बीच भय का वातारण बनाया जा रहा है वह यही दिखाता है। नेता प्रतिपक्ष ने कटिहार गोलीकांड, दरभंगा में हुए बवाल की सीबीआई से जांच कराने की मांग की।भाजपा नेता ने दावा किया कि सीमावर्ती क्षेत्र में हिंदुओं पर हमले हो रहें है। लोग डर से पलायन कर रहे, लेकिन सरकार तुष्टिकरण की राजनीति में व्यस्त है।