आरजेडी नेता तेजस्वी यादव में बिहार चुनाव से ठीक पहले मतदाता पुनरीक्षण के फैसले पर एक बार सवाल उठाते हुए शुक्रवार को कहा कि पूरे देश में केवल बिहारी ही अपनी नागरिकता क्यों साबित करे। उन्होंने कहा कि इसी लिस्ट से 2024 का चुनाव हुआ था, अगर ये लिस्ट फर्जी है तो फिर चुनाव भी फर्जी हुआ और देश में बनी सरकार भी फर्जी हुई।
तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो मैसेज पोस्ट कर कहा, पूरे देश में केवल बिहारी को ही अपनी नागरिकता को साबित करना होगा। इसी वोटर लिस्ट से 2024 का चुनाव हुआ था। अगर ये लिस्ट फर्ज़ी है, तो चुनाव भी फर्जी होगा और देश में जो सरकार बनी है वो भी फर्ज़ी सरकार हुई। आख़िर आननफानन में ये निर्णय क्यों लिया गया कि केवल बिहार के लोग ही अपनी नागरिकता साबित करेंगे। चाहे हिंदू हों मुस्लिम हों सिख हों इसाई हों, चाहे अगड़ा हो पिछड़ा हो दलित हो, आदिवासी हो, अतिपिछड़ा हो, सबको, चाहे किसी धर्म के हों, किसी जाति के हों, केवल बिहारी ही देश में अपनी नागरिकता को साबित क्यों करेगा? ये बड़ी साज़िश है।
तेजस्वी ने आगे कहा कि कागजात बनाने में भी 10-15 दिन लगते हैं। डॉक्यूमेंट जब बनता है, तो बिहार में बिना घूस दिए हुए नहीं बनता है। और फॉर्म में फोटो भी लगेगा, व्हाइट बैकग्राउंड में, वो भी रखिये, फोटोकॉपी भी रखिये, हार्डकॉपी भी रखिये। हर वोटर पर फोटोकॉपी और फोटो का अलग से खर्चा, आने-जाने का खर्चा, घूस देकर कागज बनवाने का खर्चा। अब मात्र 22 दिन बचा है तो क्या ये 22 दिन में हो पाएगा।