पटना:लोक गायिका नेहा सिंह राठौड़ ने कहा कि मैंने 3-4 साल पहले भोजपुरी बचाओ आंदोलन शुरू किया था। इसके तहत भोजपुरी को संरक्षित करने के लिए उन गीतों की एक डायरी बना रही हूं जो 30-40 साल पहले हमारे पूर्वजों ने गाए थे। भोजपुरी को समृद्ध बनाने के लिए मैं मैं साफ-सुथरे गाने लिख रही हूं। आजकल अश्लील भोजपुरी गाने बजते हैं। मैंने इसके खिलाफ ये आंदोलन शुरू किया है। मेरी लड़ाई उन लोगों के खिलाफ है जो ‘लहंगा उठा देब रिमोट से’ और ‘फटाफट खोल के देखावा” जैसे गाने गाकर संसद में बैठे हैं। जब ऐसे लोगों को टिकट दिया जाता है, तो मेरे सवाल तीखे हो जाते हैं। बीजेपी ने पवन सिंह को आसनसोल से मैदान में उतारा है। इसलिए, मुझे लगता है कि बीजेपी ऐसे गायकों को बढ़ावा दे रही है और भाषा का अपमान करने वाले लोगों को टिकट देकर सम्मानित कर रही है। यह मेरी लड़ाई है। लोगों ने भोजपुरी को बदनाम किया है। संसद को ऑर्केस्ट्रा, डीजे नहीं बनाया जाना चाहिए। यह सम्मानजनक जगह है।