पटना:पटना नगर निगम के सफाई कर्मचारियों के हड़ताल का आज नौवां दिन है। सड़क पर फैले कचरे और उससे आ रहे दुर्गन्ध से तो लोग पहले से ही परेशान थें और ऐसे में अब हड़तालियों ने एक और झटका दे दिया है। दरअसल, निगम के जलापूर्ति शाखा के कर्मी भी हड़ताल में शामिल हो गए हैं और अब वाटर सप्लाई बंद करने की तैयारी है। लगभग 235 जलापूर्ति कर्मी हड़ताल में शामिल हो गए हैं।
कर्मचारी द्वारका प्रसाद यादव ने कहा कि पटना में जितना भी पानी सप्लाई, चैंबर, बोरिंग, आदि सारे के सारे बंद रहेंगे। जबतक हमारी मांगें पूरी नहीं होगी तब तक हमलोग हड़ताल पर डटे रहेंगे। हमलोग इतने दिनों से आशा में थे कि मेयर दया करेगी, लेकिन आज हमलोग का आशा टूट गया। अब हमलोग आज से पूरे पटना में पानी बंद कर देंगे। लाइन, लीकेज, मोटर, मरम्मति सब चीज़ बंद रहेगा।
हमलोग ने लगभग सभी 250 पंप हाउस को बंद कर दिया है। कई ऐसे पंप हाउस है, जहां पब्लिक खुद पानी चला दे रही है, तो ऐसी जगहों पर हम नजर रख रहे हैं। हमारी मांग है कि सामान काम का सामान वेतन मिले और हमें स्थाई किया जाए। उन्होंने कहा कि आम जनता हमारे साथ है। आम जनता निगम प्रशासन और सरकार पर दबाव डाले कि हमारी मांगें पूरी की जाए।
पटना नगर निगम के नगर आयुक्त अनिमेष पराशर ने कहा कि जलापूर्ति शाखा के कर्मियों के हड़ताल की शिकायत आई है और इसे हमलोग दूर कर रहे हैं। ये रिस्टोर हो जाएगा। 1-2 घंटा की बात है। हमलोग का इंतेज़ाम मुकम्मल है। जलापूर्ति में जो लोग इसे कर रहे हैं, उन्हें हमलोगों ने चिन्हित कर लिया है। नियम के मुताबिक कार्रवाई हमलोग सुनिश्चित करेंगे। इसके अलावा जिन सफाई कर्मियों को अपमानित किया गया है, उन्हें हम सम्मानित करने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि नगर निगम के कर्मी दिन-रात एक किए हुए हैं। कुछ लोग उन्हें परेशान करना चाह रहे हैं। पूरी रात कल सफाई हुई है। पिछले साल हमने 50 रुपए बढ़ाए थे, अभी 40 रुपए बढ़ा है, यानी की 90 रुपए डेढ़ साल के अंतराल में बढ़ा है। ये जोड़ेंगे तो 2340 रूपए मासिक होता है। नगर निगम के काल खंड में कभी इतनी बड़ी बढ़ोतरी इतनी जल्दी नहीं हुई है। आगे भी संवाद का रास्ता है। विमर्श हो ही सकता है। उपद्रवियों के आगे निगम प्रशासन बिल्कुल भी नहीं झुकेगा। उनपर सख्ती से विभागीय और साथ-साथ कानूनी करवाई भी होगी।