टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के कर्मचारियों की संख्या में एक ही तिमाही में लगभग 20,000 की कमी आई है। इसका कारण देश की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी में कार्यबल का पुनर्गठन है। वहीं कर्मचारी संगठन ने टीसीएस पर बड़ी संख्या में अपने कर्मचारियों की छंटनी का आरोप लगाया है। साथ ही कर्मचारी संगठन ने टीसीएस पर बाहर निकाले गए कर्मचारियों की संख्या को कम करके दिखाने का आरोप लगाया है।
टीसीएस की वेबसाइट पर वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही के आंकड़ों के अनुसार, कंपनी के कर्मचारियों की संख्या जून तिमाही में 6,13,069 थी, जो सितंबर तिमाही में घटकर 5,93,314 रह गई है। आईटी कर्मचारियों का संगठन, नैसेंट इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एम्प्लॉइज सीनेट (एनआईटीईएस) ने टीसीएस पर कर्मचारियों को कंपनी से बाहर निकालने की संख्या को कम कर दिखाने का आरोप लगाया है।
इससे पहले, टीसीएस के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी सुदीप कुन्नुमल ने गुरुवार को कहा कि कंपनी ने हाल ही में पुनर्गठन के तहत लगभग एक प्रतिशत यानी 6,000 कर्मचारियों को कंपनी से बाहर निकाला। हालांकि, एनआईटीईएस ने इस संख्या ने कड़ा विरोध किया और एक ही तिमाही में 19,755 कर्मचारियों की कमी की बात कही।
बाजार बंद होने के तुरंत बाद टीसीएस ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम के बारे में बीएसई को दी सूचना में कुल कर्मचारियों की संख्या और कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने के आंकड़ों (आय विवरण का एक मानक हिस्सा है) की जानकारी नहीं दी थी। बाद में इसकी वेबसाइट पर दी गयी जानकारी में वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में कर्मचारियों की संख्या 5,93,314 दिखायी गयी है।