कांग्रेस ने एक रिपोर्ट शेयर करते हुए आरोप लगाया है कि बिहार में चुनाव आयोग और बीजेपी ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) से बड़ा खेल किया है। कांग्रेस ने कहा कि मामला अररिया का है- जहां एसआईआर के बाद 1,58,770 लोगों के नाम वोटर लिस्ट से काट दिए गए। नई वोटर लिस्ट में दलितों-गरीबों के नाम हटा दिए गए हैं, उनसे वोटिंग अधिकार छीन लिया गया है। इतना ही नहीं, कई साल पहले मर चुके लोगों का नाम वोटर लिस्ट में जोड़ दिया गया है। अब मरे हुए लोगों की वोटर आईडी से वोट कौन करेगा और किसके लिए करेगा- ये आप अच्छे से जानते हैं। ये है एसआईआर की हकीकत, चुनाव आयोग और बीजेपी खुलकर वोट चोरी में लगे हैं।
इसके साथ ही कांग्रेस ने एक और पोस्ट शेयर करते हुए रोहतास जिले का एक मामला उठाया। कांग्रेस ने कहा कि बिहार में एसआईआर के बाद जारी हुई नई वोटर लिस्ट में भारी गड़बड़ है। रिपोर्ट के मुताबिक- बिहार के रोहतास विधानसभा क्षेत्र में बूथ संख्या 106 की वोटर लिस्ट में मतदाताओं के नाम गायब हैं और उनकी जगह डॉट (.) लिखा हुआ है। ये साफतौर पर एक तरह का फर्जीवाड़ा है, जिसके जरिए बीजेपी और चुनाव आयोग आपका वोट चोरी कर रहा है।
इससे पहले कांग्रेस ने आज एक पोस्ट करते हुए बिहार में एसआईआर के बाद जारी वोटर लिस्ट में 124 साल की मिंता देवी का मामला उजागर किया। कांग्रेस ने कहा कि एक नया और अजीबोगरीब केस सामने आया है, जहां एक 124 साल की महिला वोटर है। मिंता देवी नाम की महिला पहली बार वोटर लिस्ट में शामिल हुई है। ये नए तरीके का फर्जीवाड़ा है, जो बीजेपी और चुनाव आयोग की मिलीभगत से किया गया है। सोचिए- ये सब एसआईआर के बाद हुआ है।