बिहार में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के खिलाफ संसद परिसर में आज भी इंडिया गठबंधन के सांसदों ने जोरदार प्रदर्शन किया। विपक्षी नेताओं का आरोप है कि JDU-BJP सरकार चुनाव आयोग की मिलीभगत से गरीबों, दलितों और वंचितों के वोट हटा रही है, ताकि जनादेश को प्रभावित किया जा सके। इसे उन्होंने “लोकतंत्र की हत्या” और “संवैधानिक अधिकारों की लूट” बताया।
इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने आरोप लगाया कि विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के तहत बिहार में जानबूझकर वोटों की सफाई की जा रही है, और इस प्रक्रिया में पारदर्शिता का पूरी तरह अभाव है। संसद परिसर में हुए प्रदर्शन में नेताओं ने SIR चिन्हित पोस्टरों को फाड़कर अपना विरोध दर्ज किया और चुनाव आयोग से तुरंत हस्तक्षेप की मांग की।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया, “मोदी सरकार चाहती है कि सिर्फ प्रभावशाली लोग वोट दें और गरीबों, दलितों, पिछड़ों के वोट कट जाएं। यह संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर और नेहरू जी के दृष्टिकोण के खिलाफ है। SIR अब पूरे देश में लागू करने की बात हो रही है, जो खतरनाक संकेत है।