शिवसेना यूबीटी के सांसद संजय राउत ने संभल में हुई हिंसा के लिए सुप्रीम कोर्ट को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि चाहे अजमेर हो या संभल, उनके फैसले ने देश में आग लगाई है। उन्होंने कहा कि चंद्रचूड़ के फैसले ने ही देश में अराजकता का माहौल बनाया है। राउत ने कहा कि उनके फैसले ने देश में आग लगाई और उसके बाद वह रिटायर हो गए। उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
वहीं, महाराष्ट्र की कार्यवाहक सरकार को उन्होंने संविधान के खिलाफ बताया। संजय राउत ने महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण समारोह के बारे में बात करते हुए कहा कि परिणाम आए 10 दिन हो गए हैं और इन लोगों ने अभी तक सरकार बनाने का दावा नहीं किया है। विधायक दल का नेता भी नहीं चुन पाए हैं। यदि विपक्षी दल के पास बहुमत होता, तो वह तत्काल सरकार बनाने का दावा करते। लेकिन, बहुमत होने के बावजूद वर्तमान सरकार ने अब तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया।
राज्यपाल की भूमिका पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि नागपुर में बैठे बावनकुले आदेश देते हैं कि पांच दिसंंबर को शपथ ग्रहण समारोह होगा, क्या उन्हें राज्यपाल बना दिया गया है? राज्यपाल को यहां राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए। राज्य में स्थिति पूरी तरह से अव्यवस्थित है, इसे शीघ्र सुधारने की जरूरत है। राउत ने सुप्रीम कोर्ट पर हमला बोलते हुए कहा कि महाराष्ट्र में एक ऐसी सरकार सुप्रीम कोर्ट की सुरक्षा में चल रही है, जो संविधान के खिलाफ है। इस सब के लिए चंद्रचूड़ जिम्मेदार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर बहुमत के बावजूद सरकार नहीं बन रही है, तो इसके पीछे सुप्रीम कोर्ट के फैसलों और कार्यवाहक सरकार का दोष है।
संजय राउत ने आगे कहा कि वह और उनके सहयोगी आगामी दिनों में राज्य और देश में उन घोटालों और गड़बड़ियों के खिलाफ आंदोलन करने की योजना बना रहे हैं, जिनका जिक्र उन्होंने किया। उनका मानना है कि हालात इतने खराब हो चुके हैं कि जनता को इन मुद्दों पर जागरूक करना जरूरी है। आज देश में अराजकता का माहौल है और इसके लिए सुप्रीम कोर्ट जिम्मेदार है। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ को इसकी जवाबदेही लेनी चाहिए।