नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के लिए उन 57 सीट पर प्रचार का शोर बृहस्पतिवार शाम थम गया जहां एक जून को मतदान है। इनमें केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ की एक, पंजाब की सभी 13 और हिमाचल प्रदेश की चार, उत्तर प्रदेश की 13, पश्चिम बंगाल की नौ, बिहार की आठ, ओडिशा की छह और झारखंड की तीन लोकसभा सीट शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के वाराणसी संसदीय क्षेत्र से लगातार तीसरी बार मैदान में हैं।
देश के 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 486 सीट पर मतदान हो चुका है। पहले छह चरणों में मतदान क्रमश: 66.14 प्रतिशत, 66.71, 65.68, 69.16, 62.2 और 63.36 फीसदी रहा। मतों की गिनती चार जून को होगी।
चुनाव प्रचार के दौरान मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेताओं ने कांग्रेस और विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) पर भ्रष्ट, हिंदू विरोधी होने, तुष्टीकरण और वंशवादी राजनीति में संलिप्त होने जैसे आरोप लगाये।
विपक्षी दल दावा कर रहे हैं कि बीजेपी किसान विरोधी, युवा विरोधी है और चुनाव जीतने पर संविधान को बदल देगी तथा उसे खत्म कर देगी।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए उन पर चुनाव प्रचार के दौरान ‘द्वेषपूर्ण भाषण’ देकर सार्वजनिक संवाद के साथ ही प्रधानमंत्री पद की गरिमा को भी कम करने का आरोप लगाया।
सिंह ने पंजाब के मतदाताओं से अपील करते हुए दावा किया कि केवल कांग्रेस ही है जो ऐसा विकासोन्मुख प्रगतिशील भविष्य सुनिश्चित कर सकती है, जहां लोकतंत्र और संविधान की रक्षा होगी।