अमेठी:कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को अमेठी में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि एक सेवा की जो परंपरा थी देश की राजनीति में, कि जनता के लिए सेवा करना नेता का धर्म होता है। वो परंपरा निभाई थी मेरे परिवार के सभी सदस्यों ने। वो परंपरा निभाई, आपकी सेवा की, इसलिए आपने भी अपना प्रेम दिया। आपने भी श्रद्धा, सम्मान दिया और आपने भी हमें हमेशा अपना समर्थन देकर मज़बूत बनाया।
प्रियंका गांधी ने कहा कि तो ये आपस का एक ऐसा रिश्ता था कि हमने आपको मज़बूत बनाया, आपने हमें मज़बूत बनाया और मेरे पिता जी के समय से जब यहां पर बहुत काम हुआ था… क्योंकि उस समय पिता जी की सरकार केंद्र में भी थी, आपके सांसद भी थे, तो बहुत काम कर पाए और आपने ही देखा कि कितनी तरक्की हुई। उसके बाद में मेरी माता जी आईं, उन्होंने काम किया, भईया आए, वो समर्पित हुए आपके लिए, उन्होंने भी बहुत काम किए। लेकिन उसके बाद एक अलग तरह की राजनीति हमारे देश में उभरी है।
प्रियंका ने कहा, पहले राजनीति का आधार सेवा होता था, समर्पण होता था, देशभक्ति होती थी… आज जो राजनीति देश में हावी है, वो सत्ता की राजनीति है… किसी भी हालत में, किसी भी तरह से सत्ता हासिल करनी है। ग़लत तरीके से विधायकों को ख़रीदकर, तमाम ग़लत चीजें करके… उस में सेवा की कम जगह रह गई है। जब यहां ये लोग आए भईया के सामने लड़ने के लिए तो एक ही मक़सद से आए… आपकी भलाई के लिए नहीं, आपको आगे बढ़ाने के लिए नहीं, आपके विकास के लिए नहीं… सिर्फ़ भईया को हराने आए और तमाम बातें आपके बीच फैलाईं कि हम आपकी ज़मीन लेना चाह रहे थे, हम आपको लूटना चाह रहे थे। पता नहीं कैसी-कैसी बातें कि हम ही चौंक जाते थे ये देखकर कि भईया, ये बातें आईं कहां से इनके दिमाग में।