बंगलुरु:कर्नाटक में कई महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने के आरोपों में घिरे प्रज्वल रेवन्ना को आखिरकार जेडीएस ने पार्टी से निलंबित कर दिया है। जेडीएस के कई विधायकों और नेताओं के दबाव के बाद जेडीएस नेता एच.डी. कुमारस्वामी ने प्रज्वल को निलंबित करने का ऐलान किया। कुमारस्वामी के भतीजे प्रज्वल रेवन्ना हासन से सांसद हैं और इसी सीट से लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने प्रज्वल के निलंबन का ऐलान करते हुए इस पूरे प्रकरण से जेडीएस और गठबंधन में सहयोगी भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अलग रखने की भी अपील की है। उनका यह बयान राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस द्वारा बीजेपी और प्रधानमंत्री से पूरे प्रकरण पर सफाई मांगे जाने के बाद आया है।
कुमारस्वामी ने कहा, ‘‘निर्णय पहले ही लिया चुका है। कल हुबली में कोर कमेटी की बैठक में इसकी अनुशंसा की जाएगी, क्योंकि वह (प्रज्वल) संसद सदस्य हैं, इसलिए इसे दिल्ली से किया जाना है। मैंने देवेगौड़ा (पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा) से अनुरोध किया है। न तो उन्हें (देवेगौड़ा को) और न ही मुझे इस पूरे प्रकरण की जानकारी थी।’’
जेडीएस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष कुमारस्वामी ने कहा, ‘‘कुछ मुद्दे सामने आए हैं, उसके आधार पर कल ही उन्हें (प्रज्वल रेवन्ना को) निलंबित करने का निर्णय कर लिया गया था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब तक, प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ कोई सीधा आरोप नहीं है। यदि आरोप सही हैं…तो सजा कानून के अनुसार होनी चाहिए। इससे कोई समझौता नहीं होगा। यदि प्रज्वल रेवन्ना गलत हैं, तो हमारा परिवार उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए तैयार है।