हैदराबाद:तेलंगाना में विधानसभा चुनाव में बस कुछ ही दिन बचे हैं। सभी पार्टियां अपनी जीत के लिए जीतोड़ मेहनत भी कर रही हैं। फिलहाल तीन दल हैं जो मुकाबले में दिख रहे हैं। प्रदेश में बीजेपी, कांग्रेस, बीआरएस के बीच मुकाबला है। लेकिन पलड़ा कांग्रेस का भारी बताया जा रहा है। हालांकि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम भी चुनावी रण में उतरी है। इस बीच तेलंगाना मुस्लिम संयुक्त कार्रवाई समिति ने कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा की है।
तेलंगाना मुस्लिम संयुक्त कार्रवाई समिति ने राज्य के सभी मुसलमानों से अपील की है कि आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को वोट दें और अपनी ताकत दिखाएं। समिति का मानना है कि अगर राज्य में कांग्रेस की सरकार बनती है तो ये फैसला जेएसी के मुस्लिम घोषणापत्र की मांगों को लागू करने के लिए कांग्रेस पर दबाव बनाने में एक अहम किरदार अदा करेगा।
समिति ने हालांकि लोकसभा चुनाव को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं। जेएसी के राज्य संयोजक सैयद सलीम पाशा और सह-संयोजक शेख यूसुफ बाबा का कहना है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में समिति का रुख किस तरफ होगा ये इस बात पर निर्भर करेगा कि कांग्रेस सरकार पर मुस्लिम समुदाय के प्रति किए अपने वादों को कितनी शिद्दत के साथ पूरा करती है।
जेएसी नेताओं के मुताबिक 11 नवंबर को जेएसी की राज्य समिति और जिला समितियों के प्रमुखों की बैठक में ज्यादातर लोग कांग्रेस के पक्ष में वोट करने की मांग कर रहे थे, इसलिए समिति ने कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला किया। वहीं तेलंगाना मुस्लिम संयुक्त कार्रवाई समिति ने बीआरएस पर मुस्लिम समुदाय की अनदेखी करने का आरोप लगाया। समिति का कहना है कि राज्य की बीआरएस सरकार ने जानबूझकर मुस्लिम आबादी के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं की अनदेखी की।