पटना: राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने रविवार को कहा कि केंद्र की सरकार अब फ्रंट डोर से गरीबों, पिछड़ों, अतिपिछड़ों व दलित समाज के लोगों के अधिकार को छीनने की कोशिश कर रही है।मनोज झा ने आरोप लगाया कि जाति आधारित गणना को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई में पहले केंद्र सरकार का विधिक कामकाज देखने वाले मुकुल रोहतगी ने कोर्ट में सामने आ गए, लेकिन जब वह सफल नहीं हुए, तो सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता कोर्ट में आ गए।
केंद्र सरकार को आगाह करते हुए मनोज झा ने कहा कि सरकार अपनी इस कार्यशैली को बदल ले। अगर ऐसा नहीं हुआ, ताे देश उन्हें बदल देगा। राजद प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने यह बात कही।मनोज झा ने कहा कि यह गांधी और आंबेडकर का देश है। यहां के लोग अपना अधिकार लेना जानते हैं। आप उसे रोक नहीं सकते हैं।बिहार में राज्य सरकार ने जाति आधारित गणना जाति आधारित गणना करा कर एक लंबी लकीर खींच दी है। प्रधानमंत्री कार्यालय से इसे कुंद करने का काम हो रहा है। सरकार का काम केवल जगहों के नाम को बदलना नहीं होता है।राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि बिहार की भाजपा इन मसलों पर अपना मुंह नहीं खोल पा रही है। पर संविधान को खत्म करने वालों के खिलाफ हमारी लड़ाई चलती रहेगी।
राजद कार्यालय के विस्तार को मिली जमीन पर भाजपा की प्रतिक्रिया के बारे में मनोज झा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि नोटबंदी के रुपए से भाजपा ने देश के हर जिले में अपना फाइव स्टार कार्यालय बना लिया है।संवाददाता सम्मेलन में राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद, पार्टी के वरिष्ठ नेता श्याम रजक,वृषिण पटेल व मुख्य प्रदेश प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव भी मौजूद थे।