भारतीय थल सेना वायु सेना और नौसेना में 11 हजार से अधिक ऑफिसर की कमी है। खाली पड़े इन पदों में आधे से अधिक इंडियन आर्मी से संबंधित हैं। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, सेना में मेजर और कैप्टन जैसे रैंक के अधिकारियों की कमी है। वहीं भारतीय वायु सेना में स्क्वाड्रन लीडर और फ्लाइट लेफ्टिनेंट जैसे महत्वपूर्ण अधिकारियों की कमी है।
इसी तरह भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट कमांडर रैंक के अधिकारियों समेत अन्य कई अधिकारियों की कमी है। तीनों सेनाओं में कुल 11,266 अधिकारियों की कमी है। खाली पड़े इन पदों को लेकर रक्षा मंत्रालय का कहना है कि कोविड महामारी के दौरान अधिकारियों की कम भर्ती हुई थी।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, कोरोना काल में अधिकारियों की कम भर्ती होना भी भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना में मेजर और कैप्टन और समकक्ष और अन्य रैंक के अधिकारियों की कमी का एक बड़ा कारण है। रक्षा मंत्रालय ने इस संदर्भ में संसद को लिखित जानकारी में बताया कि भारतीय थल सेना में 68 सौ से अधिक अधिकारियों के पद खाली हैं। थल सेना में मेजर स्तर के 2,094 और कैप्टन स्तर के 4,734 अधिकारियों की कमी है।
वहीं, भारतीय वायुसेना की बात करें तो वायु सेना में 881 स्क्वाड्रन लीडर और 940 फ्लाइट लेफ्टिनेंट की कमी है। वायु सेना के लिहाज से अधिकारियों के यह पद बहुत महत्वपूर्ण है। थल सेना और वायु सेना की तरह नौसेना में भी अधिकारियों के पद रिक्त हैं। नौसेना में लेफ्टिनेंट कमांडर और उससे नीचे के रैंक के 2,617 अधिकारियों की कमी है।