ओडिशा के बालासोर जिले में बालासोर स्टेशन के बहानगा बाजार स्टेशन के पास भीषण ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 238 हो गई है, जबकि कम से कम 900 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं, जिसमें से कई लोगों की हालत गंभीर है।
इस बीच ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे को लेकर महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। रेल विभाग को इसकी जांच कर जो दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। रेलवे को यात्रियों की जान को अहमियत देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले ऐसे रेल हादसे होते थे, तो रेल मंत्री इस्तीफा देते थे, लेकिन अब इस पर कोई बात ही नहीं कर रहा।एक कार्यक्रम के दौरान अजीत पवार ने कहा कि ओडिशा में हुआ हादसा बहुत ही दुखद है। इसमें कई निष्पाप लोगों की जान गई है, जबकि हम वंदे भारत जैसे ट्रेन चला रहे हैं। इतना बड़ा हादसा कभी नहीं हुआ। हमने देखा है कि पहले जब रेल हादसे होते थे, तो रेल मंत्री इस्तीफा देते थे, यही भारत का इतिहास है, लेकिन अब इस पर कोई बात ही नहीं कर रहा। मैं तो यही कहूंगा कि जो भी लोगों की जान गई है, उनके परिवार को इस दुःख को सहन करने की क्षमता ईश्वर उन्हें प्रदान करें।उधर, घटनास्थल पर पहुंचे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक तरफ जहां दुर्घटनाग्रस्त बोगियों का जायजा लिया, राहत-बचाव अभियान की समीक्षा की और रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे अधिकारियों से मिले, वहीं दूसरी ओर सवालों से दूर भागते भी नजर आए। मीडिया से बातचीत करते समय वह ज्यादातर सवालों का जवाब देने से बचते नजर आए। उन्होंने कई सवालों के जवाब में सिर्फ यही कहा कि वह देखेंगे, उनके अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने अपने इस्तीफे के सवाल पर चुप्पी साध ली।
गौरतलब है कि ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनों के टकराने से बड़ा हादसा हुआ है। खबरों के मुताबिक जब ये हदसा हुआ तब आउटर लाइन पर एक मालगाड़ी खड़ी थी। इस दौरान हावड़ा से आ रही कोरोमंडल एक्सप्रेस (12841) जो चेन्नई जा रही थी वो बहानगा बाजार से 300 मीटर पहले डिरेल हुई। हादसा इतना भयानक था कि कोरोमंडल एक्सप्रेस का ईंजन मालगाड़ी पर चढ़ गया। इसके साथ ही हादसे का शिकार हुई कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन की पीछे वाली कई बोगियां तीसरे ट्रैक पर जा गिरी।
बस इसी दौरान उस तीसरे ट्रैक पर तेज रफ्तार से आ रही हावड़ा-बेंगलुरु एक्सप्रेस (12864) कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियों से टकरा गई। यानी पहले कोरोमंडल एक्सप्रेस और मालगाड़ी की टक्कर हुई और फिर कोरोमंडल एक्सप्रेस की पड़ी बोगियों से हावड़ा-बेंगलुरु एक्सप्रेस टकराई।